भीण्डर हॉस्पिटल में लाश छोड़ने के मामले का हुआ खुलासा, युवती सहित 5 गिरफ्तार

भीण्डर हॉस्पिटल में लाश छोड़ने के मामले का हुआ खुलासा, युवती सहित 5 गिरफ्तार

युवती ने जाल में फंसाकर पैसों की मांग को लेकर हुई मारपीट में गंवाई थी युवक ने जान

भीण्डर पुलिस ने घटना के 9 वें दिन हत्या का खुलासा करके सभी आरोपियों को किया गिरफ्तार

Bhinder@VatanjayMedia

भीण्डर हॉस्पिटल में गत 2 फरवरी को अज्ञात बदमाशों द्वारा हत्या करके लाश छोड़ करके भागने वाले मामले में पुलिस ने 9 दिन में खुलासा करके युवती सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को उदयपुर जिला पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने मामले का खुलासा करते हुए भीण्डर व कानोड़ थाने की टीम द्वारा पकड़े गये आरोपियों की जानकारी दी। युवक को हनी ट्रेप में फंसाकर गिरोह के सदस्यों ने रुपयों की मांग को लेकर मारपीट की और उससे युवक की मौत होने पर भीण्डर हॉस्पिटल में छोड़ करके भागने तक मामले का पूरा खुलासा किया।

हत्या करके भीण्डर हॉस्पिटल छोड़ करके भाग गये थे बदमाश

उदयपुर एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि कानोड़ थाना क्षेत्र के बड़ा राजपुरा गांव निवासी मदनमोहन उर्फ टोनी (27) पुत्र कैलाशचंद पाटीदार जो कि कानोड़ रेलवे स्टेशन पर किराणा स्टोर का संचालन करता हैं और शराब के ठेकों में भी साझेदारी थी। एक फरवरी से युवक लापता था, जिसका शव दो फरवरी को भीण्डर हॉस्पिटल में मिलाा।

मामले में युवक के पिता ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। युवक के पिता ने रिपोर्ट में बताया कि उनका बेटा कानोड़ रेलवे स्टेशन पर पाटीदार एजेंसी के नाम से किराणे की दुकान चलाता था। एक फरवरी की सुबह करीब नौ बजे बाइक पर दुकान गया था। शाम कोघर नहीं लौटा तो फोन किया तो स्वीच ऑफ मिला। कभी-कभी दुकान पर ही रात को सो जाने के चलते परिवार ने ज्यादा नहीं सोचा। लेकिन सुबह फोन आया कि मदनमोहन भीण्डर हॉस्पिटल में हैं तो परिजन हॉस्पिटल पहुंचे। यहां मदनमोहन का शव मिला था।

सीसीटीवी में दिखे थे तीन युवक

अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो तीन युवक नजर आए थे। युवकों ने अस्पताल स्टाफ को कहा था कि युवक डूंगला क्षेत्र में वाहन दुर्घटना में घायल हो गया है। डूंगला में इलाज नहीं होने पर वे उसे भींडर सरकारी हॉस्पिटल लेकर आए थे। इसके बाद तीनों वहां से रवाना हो गए। डॉक्टरों ने जब स्ट्रेचर पर पड़े युवक की जांच की तो वह मृत पाया गया। इस आधार पर पुलिस ने इन युवकों की तलाश शुरू की।

गुजरात-मध्यप्रदेश से पुलिस ने दबोचा

एसपी ने बताया कि शव को सीएचसी भीण्डर छोड़ने वाले अज्ञात वाहन और सीसीटीवी में नजर आए युवकों पर जांच को आगे बढ़ाया गया था। वाहन मालिक रतनसिंह, उनके साथी राजू गुर्जर, पुष्पेन्द्र सिंह की पहचान कर तलाश शुरू की गई। टीम वाहन नम्बर से आरोपियों तक पहुंचने में मदद की। आरोपी घटना के बाद मुख्य मार्गों को छोड़कर कच्चे रास्ते से राजस्थान से बाहर मध्यप्रदेश व गुजरात की तरफ चले गए। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दबिश देकर धर दबोचा।

युवती के जाल में फंसाकर रूपये ऐंठने की थी योजना

गिरोह के मुख्य सरगना राजू ने साथियों से मिलकर युवक को हनी ट्रेप में फंसाने की योजना बनाई थी। राजू ने अपने साथी पुष्पेन्द्र सिंह, रतन सिंह, अनीश, साजिद के साथ मिलकर मध्यप्रदेश जीरापुर निवासी अंजू उर्फ हिना भिलाला को रुपयों का लालच देकर विशेष टास्क दिया था। युवक को फंसाने के लिए गैंग के सरगना ने अंजू को मोबाइल और सिम दिलवाया था। प्लानिंग के तहत दो फरवरी को घटना के करीब 15 दिन पहले चित्तौड़गढ़ की एक होटल में अंजू और युवक को मिलवाया गया था।

आवरीमाता घूम करके लौटते समय गैंग ने पकड़ा

एक फरवरी को अंजु (हिना) ने युवक को चित्तौड़गढ़ के आवरीमाता मंदिर बुलाया था। युवक अपने घर से बाइक सालेड़ा होते हुए होटल राजदीप पैलेस पहुंचा। यहां से युवती अंजु को लेकर आवरीमाता गया था। मंदिर से वापसी में अंजू को चौराहा पर छोड़ा था। प्लानिंग के अनुसार गिरोह के सदस्य साजिद ने अपने दोस्तों राजू गुर्जर, पुष्पेन्द्र सिंह, रतन सिंह के साथ रास्ते में युवक को रोका।

साजिद ने अंजू को अपनी भाभी बताकर युवक को धमकी दी। कहा कि उसके साथ गलत काम करने के केस में फंसा देंगे। युवक के साथ मारपीट की। मारपीट के बाद गैंग के सदस्यों ने युवक से 6 लाख रुपए की डिमांड की। रुपए मिलने तक उसे अपने कब्जे में भी रखा। पूरी रात उसे अपने कब्जे में रखा। दो फरवरी की सुबह अचानक उसकी छाती में दर्द उठा।

गैंग के लोग उसे इलाज करवाने के लिए भीण्डर के आरोग्यम हॉस्पिटल लेकर गए। वहां से सीएचसी भीण्डर ले जाते हुए रास्ते में युवक ने बोलना बंद कर दिया। इसके बाद बदमाश युवक को सीएचसी भीण्डर छोड़कर भाग गए। तब तक युवक की मौत हो चुकी थी। इसके बाद गैंग के एक आदमी ने सुबह करीब 9 बजे युवक की पत्नी रश्मि के मोबाइल पर फोन किया और कहा कि मदन मोहन भीण्डर हॉस्पीटल में है और फोन बंद कर दिया। जब वे अस्पताल पहुंचे तो युवक का शव पड़ा था। पुलिस भी मौके पर पहुंची। तब पिता ने हत्या का मामला दर्ज करवाया।

इनको किया गिरफ्तार

भीण्डर पुलिस ने गैंग का शातिर बदमाश चित्तौड़गढ़ जिले के किशन करेरी गांव का निवासी राजू उर्फ राजमल गुर्जर पुत्र बालू गुर्जर, चित्तौड़गढ़ के डूंगला थाना क्षेत्र के अरथला निवासी पुष्पेन्द्र सिंह उर्फ पप्पी सिसोदिया पुत्र निर्भय सिंह सिसोदिया, चित्तौड़गढ़ के डूंगला थाना क्षेत्र के देवीपुरा निवासी रतन सिंह उर्फ रतन देवड़ा पुत्र किशनसिंह देवड़ा, चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर थाना क्षेत्र के कन्नौज निवासी अनीश पुत्र मोहम्मद हफीज मुसलमान और मध्यप्रदेश के राजगढ़ थाने के जीरापुर देवनारायण कॉलोनी निवासी श्रीमती अंजू उर्फ हिना पत्नि शिवसिंह भिलाला को गिरफ्तार किया है।

एसपी ने बताया कि मामले में साजिद और अन्य की तलाश जारी है। एसपी ने बताया कि आरोपी शातिर प्रवृति के है और मानवीय कमजोरी को ध्यान मे रखते हुए हुस्न का जाल बिछाकर हनी ट्रेप में फंसाकर पैसे ऐंठने का काम करते है। राजू गुर्जर एंव उसके साथी पूर्व मे भी इसी प्रकार से चित्तौड़गढ़ जिले के डूंगला, भादसोड़ा, सांवलियाजी एंव असावरा में वारदात को अंजाम दे चुके है।

भीण्डर व कानोड़ पुलिस टीम की सुझबुझ से हुआ खुलासा

इस मामले में एसपी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. प्रिंयंका, वल्लभनगर डिप्टी रविन्द्रप्रताप सिंह के निर्देशन में टीम का गठन किया। टीम में आईपीएस मनीष कुमार, भींडर थानाधिकारी पुनाराम गुर्जर, कानोड़ एसएचओ मनीष कुमार खोईवाल, हेड कॉन्स्टेबल अनिल कुमार, कॉन्स्टेबल जालिम सिंह, सचिन, जसवंत, हिंगलाजदान, रिंकू राम, महिला कॉन्स्टेबल जयेन्द्र कुंवर, पुजा, इसके अलावा मोहम्मद ईसुब, सायबर सेल से नेतराम गुर्जर और लोकेश रायकवाल शामिल थे।

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