शेषनाथ सिंहासन पर बिराजे थे ठाकुरजी, बारिश में जमकर झूमे श्रद्धालु
Bhinder@VatanjayMedia
नृसिंह चतुर्दशी के अवसर पर रविवार को भीण्डर के आराध्यदेव नृसिंह भगवान भीण्डर भ्रमण पर निकले। लेकिन आज पहली बार ऐसा मौका आया कि वैशाख माह में आसमान से बारिश के बीच नृसिंह भगवान शेषनाथ सिंहासन रजतरथ पर बिराज निकले।
ठाकुरजी का स्वागत करने के लिए श्रद्धालु झूम उठे और उनके स्वागत में पलक-पावड़े बिछा दिये। नृसिंह चतुर्दशी के अवसर पर प्रतिवर्ष धूमधाम से शोभायात्रा आयोजित होती हैं लेकिन पहली बार बारिश के बीच शोभायात्रा धुमधाम से निकाली गई।

नृसिंह चतुर्दशी के अवसर पर चांदी के बेवाण में बिराज आराध्य देव ठाकुर जी नृसिंह भगवान भव्य रथयात्रा के रुप में नगर भ्रमण को निकले तो भीण्डर नगर नृसिंहमय हो गया।
भीण्डर एवं आसपास क्षेत्र से पहुंचे हजारों श्रद्धालु नृसिंह भजनों में थिरकते चले तो नगर का माहौल नृसिंह जयघोष से गुंज उठा। बरसती बारिश के बीच भी श्रद्धालुओं का जोश कम नहीं हुआ।
आराध्यदेव नृसिंह भगवान का जगह-जगह पुष्पवर्षा व स्वागत द्वार से भव्य स्वागत किया गया। बेेवाण के मार्ग की श्रद्धालु सफाई करके पुष्प बिछा कर स्वागत के लिए पलक पावड़े बिछा दिए। शोभायात्रा में अश्व, बगियों में भगवान राम, कृष्ण, नृसिंह भगवान की झांकी, बैण्डबाजों की धुन पर नृसिंह भजनों पर युवक-युवतियों की टोलियां थिरकते चल रहे थी।
पुष्पवर्षा व स्वागत द्वार से हुआ भव्य स्वागत
शोभायात्रा नृसिंह भगवान मन्दिर से शुरु होकर नगर के सर्राफा बाजार, रावलीपोल चौक, सदर बाजार, मोचीवाड़ा, बाहर का शहर, रामपोल बस स्टेण्ड, हॉस्पिटल रोड, सुरजपोल होते हुए रघुनाथ द्वारा चौक में पहुंची। यहां पर नृसिंह अवतार-भक्त प्रहलाद-हरिण्यकश्यप वध वृंतात का नाट्य मंचन हुआ। शोभयात्रा का नगर में जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया।
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