भीण्डर पुलिस थाने का मामला, युवक ने उदयपुर पुलिस अधीक्षक को की शिकायत
Bhinder@VatanjayMedia
भीण्डर पुलिस थाने के स्वागत कक्ष में एक कॉस्टेबल ने पुलिस कार्यवाही करने के एवज में मांगे रूपये मीडिया का कैमरा देखकर लेने से इंकार कर दिया। जबकि एक दिन पहले ही कॉस्टेबल ने प्रार्थी को बढ़िया कार्यवाही करने के एवज में 7000 रूपये की मांग की थी। इसको लेकर प्रार्थी ने उक्त कॉस्टेबल के खिलाफ उदयपुर पुलिस अधीक्षक को शिकायत की है।
लड़ाई-झगड़ें के मामले में कार्यवाही के लिए मांगी थी रिश्वत
भीण्डर थानार्न्तगत सवना गांव निवासी गणेश पिता शंकरलाल रावत ने 9 मई को भीण्डर पुलिस थाने में रिपोर्ट दी कि गांव के ही 7-8 युवकों ने उसके साथ मारपीट की है। इस मामले की जांच बीट कॉस्टेबल नारायण मीणा कर रहे थे, उन्होंने गणेश रावत को फोन करके थाने बुलाया और कमरे में ले जाकर कहा कि 7000 रूपये दे देना। जिससे मामले के आरोपियों के खिलाफ बढ़िया कार्यवाही करूंगा और उनको अच्छे पट्टे भी मारूंगा। लेकिन उस समय गणेश रावत के पास पैसे नहीं थे तो उसने अगले दिन आकर देने की बात कहीं।
मीडिया का कैमरा देखकर पैस लेने से कर दिया इंकार
प्रार्थी गणेश रावत व उसके परिजनों ने शनिवार को ये बात वातांजय मीडिया को बताई तो भीण्डर पुलिस थाने पहुंच करके स्वागत कक्ष में बैठे कॉस्टेबल नारायण मीणा को गणेश रावत के हाथों रूपये देने की पेशकश की, जिस पर कॉस्टेबल नारायण मीणा मीडिया का कैमरा देखकर रूपये मांगने से इंकार करते हुए रूपये लेने से मना कर दिया। इसके बाद प्रार्थी गणेश रावत ने अन्य परिजनों ने उदयपुर पुलिस अधीक्षक को लिखित में शिकायत भेजी, वहीं इस शिकायत से वल्लभनगर पुलिस उपधीक्षक व भीण्डर थानाधिकारी को भी अवगत करवाया।
इनका कहना
मैंने इनसे किसी भी प्रकार से रूपये नहीं मांगे है।
-नारायण मीणा, कॉस्टेबल पुलिस थाना भीण्डर
मैं नाके पर था, शिकायत की जानकारी नहीं है।
-पुनाराम गुर्जर, थानाधिकारी भीण्डर
ADVT
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