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बारिश के बीच राजशाही ठाठ से निकली गणगौर सवारी

भीण्डर की ऐतिहासिक गणगौर सवारी देखने उमड़े लोग, पुष्पवर्षा से किया स्वागत

Bhinder@VatanjayMedia

भीण्डर में गुरूवार को रिमझिम बारिश के बीच भीण्डर राज परिवार एवं सनातन धर्मोत्सव सेवा समिति के सयुंक्त तत्वावधान में विजय प्रतीक गणगौर की सवारी राजशाही ठाठ से निकाली गई। गणगौर सवारी देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरूष एकत्रित हुए। वहीं सवारी का विभिन्न जगहों पर पुष्पवर्षा से भव्य स्वागत किया और सुरजपोल चौराहे पर गणगौर दर्शन एवं सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई।

शाम 5.30 बजे राजमहल भीण्डर के गणेश चौक में भीण्डर परिवार से दीपेन्द्र कंवर भीण्डर के नेतृत्व में जनानाओं ने गणगौर की आरती की। इसके बाद सवारी के लिए गणगौर माता को विदा किया। गणगौर को राजमहल से खुली जीप में सवार कर नगर के रावलीपोल, सर्राफा बाजार, नृसिंह मन्दिर रोड होते हुए सुरजपोल पर पहुंची।

गणगौर सवारी में सबसे आगे अश्व चल रहे थे उनके पीछे बैण्डबाजे मधुर स्वर लहरियां बजाते चल रहे थे। इनके पीछे प्रणवीर सिंह भीण्डर के नेतृत्व में नगर एवं आसपास क्षेत्र के समस्त क्षत्रिय एवं नागरिक पारम्परिक वेशभुषा में चल रहे थे। सबसे अन्त में खुली जीप में महाराज रणधीर सिंह भीण्डर व देवेन्द्र सिंह भीण्डर के साथ गणगौर को राजशाही ठाठ से बिराजित कर रखा था।

सुरजपोल चौराहे पर सनातन धर्मोत्सव समिति भीण्डर, व्यापार मण्डल, नगर पालिका भीण्डर द्वारा पुष्पवर्षा करके स्वागत करके गणगौर को दर्शन किए रखा गया। यहां से पुन: गणगौर सवारी रवाना होकर राजमहल पहुुंची। जहां पर दीपेन्द्र कंवर ने गणगौर माता का स्वागत करके राजमहल में ले जाया गया। इस दौरान लगातार रिमझिम बारिश का दौर जारी रहा लेकिन गणगौर सवारी राजशाही ठाठ से निकाली गई।

पारम्परिक वेशभुषा और राजशाही नजारा

गणगौर सवारी में क्षत्रिय समाज सहित नगर के नागरिक पारम्परिक वेशभुषा में भाग लिया। सवारी को देखने नगर की सैकड़ों महिलाएं राजमहल पहुंची। इसके बाद सवारी को देखने के लिए भी नगर के प्रमुख चौराहों, गलियों सहित सभी जगह पर सवारी देखने के लिए भीड़ जुटी। वहीं सुरक्षा व यातायात व्यवस्था के लिए पुलिस जाप्ता तैनात रहा। वहीं राजमहल में भीण्डर एवं आसपास क्षेत्र के क्षत्रियों ने महाराज रणधीर सिंह भीण्डर को नजराना भी पेश करके पारम्परिक रस्म अदा की।

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