जांच रिपोर्ट पर जिला परिषद सीओ ने जारी किये आदेश
Bhinder@VatanjayMedia
भीण्डर पंचायत समिति की चारगदिया ग्राम पंचायत में कार्यरत्त रहे तीन ग्राम विकास अधिकारी (पंचायत सचिव) को उदयपुर जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी रीया डाबी ने निलंबित कर दिया। तीनों ग्राम विकास अधिकारियों को गंभीर अनियमितताओं और नियम विरुद्ध पट्टे जारी करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। यह कार्रवाई राज्य स्तरीय जांच दल की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग जयपुर के अतिरिक्त आयुक्त एवं संयुक्त शासन सचिव प्रथम के 11 जुलाई 2025 के क्रम में जिला परिषद उदयपुर को जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। जांच में पाया गया कि ग्राम पंचायत चारगदिया में कार्यरत तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए नियमों की अवहेलना कर नियम विरुद्ध पट्टे जारी किए तथा वित्तीय अनियमितताएं बरतीं।
तीन वीडीओ पर गिरी गाज
चारगदिया पंचायत में कार्यरत्त रहे बोलताराम मीणा, मनीष शर्मा, रवि लसोड़ को निलंबित किया गया। ये तीनों पूर्व में चारगदिया ग्राम पंचायत में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। जांच रिपोर्ट में तीनों के विरुद्ध सरकारी नियमों की अवहेलना, दस्तावेजों में हेरफेर एवं वित्तीय गड़बड़ियों के ठोस प्रमाण पाए गए। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने राजस्थान सिविल सेवाएं नियम 1958 के नियम 13 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तीनों अधिकारियों को निलंबित कर मुख्यालय जिला परिषद उदयपुर किया। जानकारी अनुसार राज्य सरकार ने हाल ही में पंचायत राज संस्थाओं में भूमि आवंटन एवं वित्तीय प्रबंधन से संबंधित मामलों की विशेष जांच शुरू की है। उसी के तहत भींडर क्षेत्र की ग्राम पंचायत चारगदिया की जांच की गई थी। जांच दल द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने के बाद अब यह कार्रवाई की गई है।
यह है मामला
पंचायती राज विभाग द्वारा चारगदिया सरपंच इंद्रा देवी मीणा के खिलाफ वित्तीय अनियमितता, फर्जी पट्टा वितरण एवं भ्रष्टाचार की जांच के लिए 11 अगस्त 2023 को जांच दल गठित किया गया था। दल ने इंद्रा देवी मीणा के 2020 से 5 साल के कार्यकाल की जांच की गई। इसकी रिपोर्ट के आधार पर फरवरी 2025 में सरपंच इंद्रा देवी मीणा को पद से हटाया गया था। बाद में उपसरपंच नाथूलाल को चारगदिया पंचायत का प्रशासक नियुक्त किया गया था। इस जांच रिपोर्ट में बर्खास्त सरपंच इंद्रा देवी के पांच साल के कार्यकाल के दौरान ग्राम विकास अधिकारी रहे बोलताराम मीणा, मनीष शर्मा एवं रवि लसोड़ को भी वित्तीय अनियमितताओं एवं भ्रष्टाचार का दोषी पाया गया।
सरपंच पति व सहयोगी पहले हो चुके हैं गिरफ्तार
चारगदिया के पूर्व सरपंच इंद्रा देवी मीणा को सरकार द्वारा पद से हटाने के बाद भींडर पुलिस ने सरपंच पति सहित सह आरोपी को 25 जुलाई को गिरफ्तार किया था। प्रार्थी नाथूलाल गायरी की रिपोर्ट पर भींडर पुलिस ने 25 जुलाई 2024 को मामला दर्ज किया था। सरपंच पति देवीलाल मीणा ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर मांगीलाल गायरी निवासी चारगदिया के नाम वीडीओ मनीष शर्मा के फर्जी हस्ताक्षर कर मकान पट्टा जारी किया। इस पर भींडर पुलिस ने सरपंच पति देवीलाल एवं रजिस्ट्री पर हस्ताक्षर करने वाले मांगीलाल चौधरी को गिरफ्तार किया था।
ADVT
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