ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंप करके नई पंचायत में शामिल नहीं करने की रखी मांग
Bhinder@VatanjayMedia
राज्य सरकार द्वारा नवीन पंचायत गठन के लिए चल रही कवायद के बीच भीण्डर पंचायत समिति क्षेत्र के हमेरपुरा गांव के ग्रामीणों ने अपनी मांग रखी।
हमेरपुरा गांव के ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी भीण्डर को ज्ञापन सौंप करके वर्तमान ग्राम पंचायत भोपाखेड़ा में ही रखने की मांग रखी। ग्रामीणों ने गठित होने वाली नवीन ग्राम पंचायत निमड़ी में शामिल नहीं करने की मांग रखी और उसका विरोध दर्ज करवाया।
उल्लेखनीय हैं कि वर्ष 2018 में भोपाखेड़ा पंचायत को केन्द्र सरकार ने टीएसपी क्षेत्र में शामिल कर दिया था, जिससे हमेरपुरा क्षेत्र को भी लाभ मिल रहा है।
200 मीटर के बजाएं 4 किमी दूर गांव में कैसे कर सकते हैं शामिल!
हमेरपुरा गांव के ग्रामीणों का ध्यान में आया कि उनके गांव को भोपाखेड़ा पंचायत से हटाकर निमड़ी पंचायत गठन के लिए उसमें शामिल करने की कवायद चल रही है।
इसको लेकर हमेरपुरा गांव के ग्रामीणों ने गत दिनों गांव सभा करके निर्णय किया कि इस प्रकार की कवायद को रोकने के लिए पूरजोर विरोधा किया जायेगा। इसके तहत भीण्डर उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
जिसमें बताया कि हमेरपुरा गांव वर्तमान ग्राम पंचायत भोपाखेड़ा से महज 700 मीटर तथा पटवार मण्डल की सीमा 200 मीटर दूर है। दोनों गांवो की आबादी एक छोर से आपस में मिली हुई है।
जबकि निमड़ी की दूरी लगभग 4 किमी है। हमेरपुरा गांव से लगभग 70-80 विद्यार्थी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा हेतू वर्तमान में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भोपाखेड़ा व बालिका शिक्षा हेतू कन्याशाला में अध्ययनरत है।
जबकि भौगोलिक व सामाजिक परिस्थितियां प्रतिकुल होने के कारण एक भी विद्यार्थी वर्तमान में अध्ययन हेतू ना तो नीमड़ी जा रहे है और ना ही भविष्य में जायेंगे।
प्रस्तावित ग्राम पंचायत नीमड़ी में जाने हेतू बीच में लगभग 1 किमी ग्राम पंचायत कुंथवास की सीमा मे होकर जिसमें राजस्व ग्राम गाडरियावास के सदाना बस्ती के पास से होकर जाना पड़ता है।
ज्ञापन के माध्यम से विरोध व आपत्ति दर्ज करवा अवगत कराना चाहते है कि हमेरपुरा को किसी भी परिस्थिति में नवीन प्रस्तावित ग्राम पंचायत में नहीं सम्मिलित करने तथा वर्तमान ग्राम पंचायत भोपाखेंड़ा में ही रखा जावें, फिर भी वर्तमान ग्रांम पंचायत भोपाखेड़ा से हमें पुनर्गठित करने की कोशिश की गई तो ग्रामवासी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही करतें हुए, धरना व उग्र प्रदर्शन करेगें, जिससे किसी भी प्रकार की कानूनी व्यवस्था बिगड़ती हो तो समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।
ADVT