भीण्डर के प्रसिद्ध श्रीधर भगवान की धूमधाम से निकली रथयात्रा
महादेव की झांकी रही आकर्षण, रामपोल बस स्टेण्ड पर हुआ भव्य स्वागत
Bhinder@VatanjayMedia
भीण्डर के प्रसिद्ध श्रीधर भगवान की रथयात्रा शुक्रवार को धूमधाम से निकाली गई। इस दौरान ठाकुरजी रथ में बिराज करके नगर भ्रमण किया तो वहीं महादेव की झांकी आकर्षण का केन्द्र रही।
रथयात्रा का नगर के विभिन्न जगहों पर भव्य स्वागत किया गया तो लोगों ने पुष्पवर्षा व आरती करके ठाकुरजी का स्वागत किया। रामपोल बस स्टेण्ड पर श्रीराम युवा संगठन के युवाओं ने मार्ग को पुष्प से सजा करके रथ का भव्य स्वागत किया।
दोपहर करीब 3.15 बजे मन्दिर से शुरू हुई रथयात्रा में राजशाही ठाठ-बाठ में सबसे आगे ऊंट, पांच अश्व, भारत माता की झांगी, बगियों में राम-हनुमान, राधा-कृष्ण सहित विभिन्न झांकियां सुशोभित थी, इनके पीछे डीजे पर महादेव की झांकी टीम और सैकड़ों श्रद्धालु नाचते-गाते चल रहे थे। रथ में भगवान श्रीधर लड्डू गोपाल और भव्य झांकी शोभायमान थी।
वहीं सबसे पीछे खाटूश्याम जी के प्रतिरूप की झांकी सजाई गई, जिसका रथ महिलाएं खींच रही थी। रथयात्रा मन्दिर से रवाना होकर नगर के प्रमुख मार्ग मोचीवाड़ा, बाहर का शहर, रामपोल बस स्टेण्ड, हॉस्पिटल रोड, सुरजपोल चौराह, नृसिंह भगवान मन्दिर, सदर बाजार, सर्राफा बाजार, रावलीपोल होते हुए पुनः मन्दिर प्रागंण पर पहुंची। जहां महाआरती की गई। इसके बाद भगवान को पुनः मन्दिर में बिराजित किया गया। रथयात्रा का नगर में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया।
रथयात्रा में महादेव की झांकी सबसे लुभावनी रही। करीब 10-15 सदस्यों की टीम में करीब 10 फीट नंदी पर महादेव बिराजमान थे। वहीं इनके साथ विभिन्न रूपधारण किये कलाकार नृत्य करते हुए विविध कलाबाजियां करते चल रहे थे।
ये सभी महादेव की विभिन्न भजनों पर नृत्य प्रस्तुत करते हुए चल रहे थे। इस दौरान रामपोल बस स्टेण्ड पर आग के साथ करतब करके भी दिखाएं। महादेव की झांकी ने सभी का दिल जीत लिया। जिसमें काली मां का रूप धारण झांकी भी आकर्षक रही।
रामपोल पर पुष्पमार्ग से हुआ स्वागत
रामपोल बस स्टेण्ड पर श्रीराम युवा मण्डल द्वारा मार्ग को पुष्प से सजाया करके पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया। सैकड़ों युवा रथयात्रा में नाचते गाते चल रहे थे। वहीं सैकड़ों महिलाओं ने भी रथयात्रा में भाग लिया।
भीण्डर के आराध्यदेव नृसिंह भगवान मन्दिर के बाहर रथयात्रा पहुंचने पर श्रीधर भगवान की आरती की गई। रथयात्रा में नगर एवं आसपास क्षेत्र के सभी समाजजनों ने भाग लिया।