भीण्डर में केसरियामय निकली भगवान महावीर जयंती पर शोभायात्रा
स्वर लहरियों पर नाचते-गाते चले श्रद्धालु, बेवाण में निकले भगवान
Bhinder@VatanjayMedia
जैन धर्म के 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर जयंती के अवसर पर नगर में सकल जैन समाज द्वारा गुरूवार सुबह 9 बजे से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में युवतियों से लेकर पुरूषों के परिधान में केसरिया रंग सिरमौर हो रखा था।
जहां पुरूषों ने सिर पर साफा सजा रखा था तो महिलाओं ने केसरिया साड़ी से शोभायात्रा को केसरियामय कर रखा था। शोभायात्रा में दिगम्बर, श्वेताम्बर, नागदा एवं ओसवाल समाज की समस्त महिलाएं-पुरुष, युवक-युवतियां, बच्चों ने अपनी पारम्परिक वेशभूषा में भाग लिया। वहीं तीनों मन्दिरों के भगवान को बेवाण में बिराज करके ठाठ-बाठ से चंवर ढूलाते हुए शोभायात्रा में शामिल किया गया।
पंचरंगी पताका लहतराते व मधुर ध्वनियों पर थिरकते दिखें युवा
भगवान महावीर जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा रावलीपोल स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन बड़ा मन्दिर से शुरु होकर रावलीपोल, सदर बाजार, मोचीवाड़ा, बाहर का शहर, हॉस्पीटल रोड, सुरजपोल, साठड़िया बाजार होते हुए रावलीपोल स्थित मन्दिर पहुंची।
शोभायात्रा में सबसे आगे अश्व चल रहे थे, जिन पर छोटे बच्चे बैठे हुए थे। इसके बाद एक रथ सजा रखा था, जिस पर भगवान महावीर की तस्वीर सजा रखी थी। इसके बाद युवतियां स्वर लहरियों पर नाचते हुए चल रही थी।
इसके पीछे महिलाएं पारम्परिक वेशभुषा में हाथों में ध्वज लहराते हुए गीत गाते चल रही थी। पुरूष व युवक सिर पर केसरिया साफा पहनकर जयकारों के साथ नाचते-गाते चल रहे थे। इसके बाद भगवान के तीन बेवाण थे, जिनको समाजजन चंवर ढूला रहे थे। शोभायात्रा का नगर में जगह-जगह स्वागत किया गया।
एक दिन पहले निकली वाहन रैली
जयंती से एक दिन पूर्व बुधवार शाम को वाहन रैली निकाली गई, वाहन रैली भीण्डर स्थित अतिशय क्षेत्र ध्यान डूंगरी से रवाना हुई। जिसमें सबसे आगे बैण्डबाजे पर भगवान महावीर स्वामी के भक्तिमय गीत चल रहे थे।
इनके पीछे महिलाएं हाथों में जैन समाज का झण्डा लेकर जयकारे लगाते हुए पैदल चल रही थी। बच्चें साइकिलों पर तो युवा मोटरसाइकिलों पर समाज के झण्डे के साथ जयकारे लगाते हुए चल रहे थे।
वाहन रैली ध्यान डूंगरी से रवाना होकर साठड़िया बाजार, रावलीपोल, सदर बाजार, सर्राफा बाजार, मोचीवाड़ा, बाहर का शहर, रामपोल बस स्टेण्ड, हॉस्पिटल रोड, कालिका माता रोड होते हुए पुनः ध्यान डूंगरी पहुंच करके सम्पन्न हुई।
ADVT
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