पेयजल संकट से निपटने के लिए कसौटिया बांध की जरूरत, सीएम से की भीण्डर ने मांग

पेयजल संकट से निपटने के लिए कसौटिया बांध की जरूरत, सीएम से की भीण्डर ने मांग

पूर्व विधायक भीण्डर ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लिखा पत्र

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Bhinder@VatanjayMedia

वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल की समस्या पर ध्यान दिलाते हुए कसौटिया बांध के निर्माण की मांग को लेकर वल्लभनगर के पूर्व विधायक रणधीर सिंह भीण्डर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा। पत्र के माध्यम से पूर्व विधायक ने पेयजल की समस्या बताते हुए उससे निपटने के लिए स्थाई समाधान के बारे में भी जानकारी दी।

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वल्लभनगर विधानसभा में पेयजल का संकट

पूर्व विधायक रणधीर सिंह भीण्डर ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि मेवाड़ संभाग के काफी जिले पेयजल की उपलब्धता के हिसाब से डार्क जोन में चले गये है। उदयपुर जिले की वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र की भी सबसे बड़ी समस्या पेयजल ही रही है। गर्मियों में हैण्डपम्प व ट्यूबवेल बिल्कुल नकारा साबित हो जाते हैं क्योंकि वॉटर लेवल बिल्कुल नीचे चला जाता है। हर वर्ष करोड़ों रुपये जल परिवहन पर खर्च होने के बाद भी यहां के निवासियों को भरपूर सप्लाई नहीं हो पाती।

संभाग में सबसे ज्यादा पशुधन भी हमारी विधानसभा में ही है। इनके भी लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने भीण्डर के पास झडु बांध बनाया था जिससे भीण्डर नगरपालिका क्षेत्र में पेयजल सप्लाई होता आ रहा है परन्तु इस वर्ष वह भी सूखने के करीब है। कानोड़ नगरपालिका क्षत्र के लिए पीपलवास एनीकट बनाया गया था परन्तु वहां भी पर्याप्त पानी नहीं है। दूसरी योजना जिसका शिलान्यास तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया था वह वाना-मेणार बांध थी जो आज दिन तक बना ही नहीं और योजना कागजों में ही रह गई। ऐसे में यह क्षेत्र निरन्तर पेयजल की समस्या से जूझता आ रहा है।

भाजपा सरकार ही बना सकती हैं कसौटिया बांध – भीण्डर

वल्लभनगर विधानसभा के क्षेत्र को पेयजल की समस्या से निजात दिलाने के लिए अब ट्यूबवेल व हैण्डपम्प लगाने से समाधान नहीं होगा कोई अन्य स्त्रोत ढूंढने होगें। पिछली भारतीय जनता पार्टी सरकार में हमने कसौटिया गांव के पास एक स्थान का चयन किया था जहां पर 100 से 120 एमसीएफटी पानी को रोका जा सकता है और उससे करीब 156 से 182 गांवों में पेयजल उपलब्ध कराया जा सकता है।

इसके लिए डीपीआर बनाने हेतु वसुंधरा राजे सरकार ने बजट दिया था जिससे डीपीआर भी तैयार हो गई थी परन्तु सरकार बदल गई व पिछली कांग्रेस सरकार ने इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया। अब फिर से भाजपा सरकार आपके नेतृत्व में बनी है तो यहां के बाशिंदों को यह विश्वास होने लगा है कि इस समस्या पर हमारी सरकार जरुर ध्यान देगी क्योंकि हमारा नारा ही सबका साथ सबका विकास है। आपने अपने भाषणों में भी लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है। निवेदन है कि कसौटिया बांध योजना को स्वीकृति दिलायें ताकि पेयजल की समस्या का सदा के लिए निराकरण हो सके।

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