बड़ा वो ही जिसमें सहनशीलता – गौवत्स राधाकृष्ण महाराज
Bhinder@VatanjayMedia
हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत 2081 के अवसर पर मंगलवार को सर्व हिन्दू समाज के तत्वावधान में विशाल कलश व शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें सैकड़ो महिला-पुरुषों ने पारंपरिक वेशभूषा में सजधज कर भाग लिया। विशाल शोभायात्रा में सैकड़ों महिलाएं अपने सिर पर कलश लेकर चल रही थी तो सैकड़ों युवा भगवा पताका लहराते हुए चल रहे थे।
दोपहर तीन बजे भीण्डेश्वर महादेव से शुरू हुई शोभायात्रा सूरजपोल, नृसिंह मंदिर, रावलीपोल, सर्राफा बाजार, सदर बाजार, मोचीवाड़ा, बाहर का शहर, रामपोल बस स्टैंड होते हुए भैरव स्कूल पहुंची। जहां पर हिन्दू धर्मसभा का आयोजन किया गया। जिसमें गौवत्स राधाकृष्ण महाराज ने कहा कि बड़ा वो ही हैं जिसमें सहनशीलता है। महाराणा प्रताप ने अपने मेवाड़ की धरा के लिए सभी दुख सहन करते हुए रक्षा की, इसलिए आज पूरे विश्व में वो पूज्यनीय है।
शोभायात्रा में विभिन्न झांकियां और भगवा ध्वज रहे आकर्षक
शोभायात्रा में सबसे आगे ऊंट व घोड़े थे जिसके बाद युवा व पुरूष हाथों में भगवा ध्वज लहराते हुए देशभक्ति गीतों थिरकते हुए चल रहे थे। इसके बाद सैकड़ों महिलाएं अपनेे सिर पर कलश लेकर व मंगल गीत गाते हुए चल रही थी। इनके पीछे बग्गियों में भगवान राम की झांकिया सजाई हुई थी।
वहीं कार में गौवत्स राधाकृष्ण महाराज नगरवासियों का अभिवादन स्वीकार करते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा का भीण्डर के विभिन्न जगहों पर स्वागत किया गया। इस दौरान रावलीपोल चौक पर भीण्डर राजपरिवार की तरफ से शोभायात्रा का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। इस दौरान पूर्व विधायक रणधीर सिंह भीण्डर सहित परिवारजन उपस्थित थे।
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