धारता गांव में पंचायत ने बदल दी कबूतर दाना मन्दिर की सूरत
50 वर्ष पूराने जीर्णशीर्ण कबूतर दाना मन्दिर की जगह किया निर्माण
Bhinder@VatanjayMedia
भीण्डर पंचायत समिति के धारता गांव के चौराहे पर स्थित कबूतर दाना मन्दिर की सूरत बदल दी।
जीर्णशीर्ण हो रहे कबूतर दाना मन्दिर को नया बनाने की वार्डपंच परसराम सुथार की काफी समय से मांग थी,
जिस पर ग्राम पंचायत ने पूराना कबूतर दाना मन्दिर गिरा करके नया बनाया, जिसकी खूबसूरती देखते ही बन रही हैं और गांव के चौराहे पर रोनक फैल गई है।
50 वर्ष पूराना था कबूतर दाना मन्दिर, अब बदल गई सूरत
धारता गांव के गायरियों के मोहल्ले में चौराहे पर करीब 50 वर्ष पहले जनसहयोग से कबूतर दाना मन्दिर का निर्माण हुआ था। जिस पर गांव के लोग पक्षियों के लिए दाना डालते थे।
लेकिन ये धीर-धीरे जीर्णशीर्ण होने लगा तो ग्रामवासियों व वार्डपंच परसराम सुथार सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने पंचायत से इसके मरम्मत की मांग रखी।
लेकिन इसके बावजूद मांग नहीं मानने पर उदयपुर एडीएम, भीण्डर उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, भीण्डर पंचायत समिति प्रधान हरिसिंह सोनिगरा आदि के समक्ष मांग रखी गई। जिसके बाद पंचायत को निर्देश देकर कार्य शुरू करवाया।
चौराहे की बढ़ गई रोनक
धारता में पूराने कबूतर दाना मन्दिर को पंचायत द्वार तोड़ करके नया बनाया गया, जिसमें पत्थर और मार्बल से बेहतरीन बनाया और रंगरोगन और रोशनी से जगमग करने के बाद कबूतर दाना मन्दिर का नजारा ही देखते बन रहा है।
धारता सरपंच घीसी बाई अहीर ने बताया कि ग्रामीणों की काफी समय से मांग थी कि कबूतर दाना मन्दिर जीर्णशीर्ण हो चुका हैं उसको नया बनाया जाएं, जिस पर पंचायत द्वारा करीब 3 लाख का बजट खर्च करके निर्माण किया गया।
हालांकि इसकी वाहवाही लेने के लिए कई प्रयास किये लेकिन धारता गांव के सभी ग्रामीणों की मांग पर पंचायत ने निर्माण किया है।
ADVT
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