पढ़ाई से ज्यादा सुखाड़िया विवि का परीक्षा शुल्क, ग्रामीण छात्राओं पर आर्थिक बोझ
भीण्डर के गजेन्द्र सिंह शक्तावत राजकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राओं की व्यथा
Bhinder@VatanjayMedia
मोहनलाल सुखाड़िया विवि ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बाद परीक्षा शुल्क में बदलाव करके ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं के लिए आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है।
भीण्डर के गजेन्द्र सिंह शक्तावत राजकीय कन्या महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं को वर्षभर पढ़ने के लिए मात्र 1000 से 1366 रूपये ही भुगतान करना होता हैं, वहीं वर्ष में सेमेस्टर सिस्टम के चलते सुखाड़िया विवि परीक्षा शुल्क के नाम से वर्षभर में 5200 रूपये वसूल रहा है।
अब ग्रामीण क्षेत्र की गरीब व आदिवासी परिवार से आने वाली छात्राएं परीक्षा शुल्क के बोझ तले अपनी शिक्षा बीच में छोड़ने पर मजबूर हो रही है। इसको लेकर ना तो सरकार कोई ठोस कदम उठा रही हैं ना ही स्थानीय जनप्रतिनिधि छात्राओं की आवाज को उठा रहे है।
पढ़ाई से ज्यादा परीक्षा देने का शुल्क
भीण्डर के एकमात्र सरकारी कॉलेज गजेन्द्र सिंह शक्तावत राजकीय कन्या महाविद्यालय में पढ़ने वाली छात्राएं बढ़े हुए परीक्षा शुल्क से परेशान है।
कॉलेज में पढ़ने वाली अंजली सालवी ने बताया कि वर्ष 2023-24 में प्रथम वर्ष के लिए कॉलेज फीस 1200 रूपये दिये थे, जबकि परीक्षा शुल्क में प्रथम सेमेस्टर के लिए 3350 व दूसरे सेमेस्टर के लिए 1850 रूपये लिए कुल 5200 रूपये लिये गये।
इसी तरह कृष्णा चौबीसा ने 2024-25 ने कॉलेज फीस के रूप में 1366 रूपये ही जमा करवाएं। लेकिन परीक्षा शुल्क के रूप में तृतीय सेमेस्टर के लिए 3170 रूपये देने जमा करवाने पड़ रहे, चौथे सेमेस्टर में भी इतना ही शुल्क लगेगा तो करीब 6000 रूपये परीक्षा शुल्क हो जायेगा।
ग्रामीण क्षेत्र की छात्राएं कैसे दे बढ़ी हुई परीक्षा शुल्क
कॉलेज की छात्रा दुर्गा मीणा व ममता मीणा ने बताया कि उनके गांव से वे कॉलेज पढ़ने के लिए आ रही है। उनके पिता व परिवारजन मजदूरी करके परिवार चलाते है।
कॉलेज की फीस भरने के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता हैं तो अब परीक्षा शुल्क के लिए तो अभिभावकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी। इस प्रकार अगर फीस बढ़ती रही तो हमारे क्षेत्र की लड़कियां तो स्कूल से ही पढ़ाई छोड़ने पर मजबुर हो जायेगी।
वार्षिक परीक्षा शुल्क से सेमेस्टर परीक्षा शुल्क 116 प्रतिशत ज्यादा
मोहनलाल सुखाड़िया विवि राष्ट्रीय शिक्षा नीति से पहले तक वर्ष 2022-23 में वार्षिक परीक्षा शुल्क के रूप में 2404 रूपये लिये थे। लेकिन इसके अगले वर्ष 2023-24 से सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद वर्षभर में परीक्षा शुल्क के रूप में 5200 रूपये वसुल गये। ये राशि इससे पिछले वर्ष की राशि से करीब 116 प्रतिशत ज्यादा थी।
छात्राओं की मांग परीक्षा शुल्क किया जाएं कम
कॉलेज की छात्राओं की मांग हैं कि परीक्षा शुल्क को कम किया जाएं ताकि सभी छात्राओं के लिए आर्थिक बोझ नहीं बढ़े। वहीं परीक्षा आवेदन करने की अंतिम तारीख को भी बढ़ाया जाएं, क्योंकि कई छात्राआंें ने अभी तक परीक्षा आवेदन नहीं किया है। इसको लेकर छात्राओं ने कॉलेज व विवि को पत्र भी भेजा है।
ADVT
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