जिसकी बेटी के सम्मान के लिए सड़क पर उतर गया था पूरा भीण्डर, उस पिता ने आज भीण्डर को किया शर्मसार

जिसकी बेटी के सम्मान के लिए सड़क पर उतर गया था पूरा भीण्डर, उस पिता ने आज भीण्डर को किया शर्मसार

भीण्डर के महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल का मामला – पुस्तकालयध्यक्ष ने मासूम बालिका के साथ की छेड़खानी

स्कूल प्रधानाचार्य ने दबाये रखा मामला, उजागर हुआ तो विभाग ने किया पुस्तकालयध्यक्ष को निलम्बित

Bhinder@VatanjayMedia

6 वर्ष पहले जिस बेटी को न्याय दिलाने के लिए पूरा भीण्डर सड़क पर उतर गया था उसके पिता ने आज भीण्डर को शर्मसार कर दिया। भीण्डर के महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पुस्तकालयध्यक्ष क्रांतिलाल यादव ने पुस्तकालय में किताब लेने आई मासूम छात्रा के साथ छेड़खानी की।

ये मामला स्कूल के प्रधानाचार्य के सामने आने के बाद भी दबाये रखा, जब विभाग को मामले की भनक लगी तो तुरन्त प्रभाव से पुस्तकालयध्यक्ष को निलम्बित करने की कार्यवाही की। लेकिन मामला सार्वजनिक होने के बाद सोशल मीडिया पर स्कूल के प्रधानाचार्य सहित स्कूल की कमेटी को भी निलम्बित करने की मांग उठने लगी है। हालांकि इस मामले को लेकर बच्ची के परिजनों द्वारा पुलिस में कोई मामला अभी तक दर्ज नहीं करवाया है।

क्या थी घटना

भीण्डर के चांदपोल स्थित महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल के पुस्तकालयध्यक्ष भीण्डर निवासी क्रांतिलाल यादव ने 15 सितम्बर को देरी से विद्यालय पहुंची एक छात्रा को पुस्तकें देने के बहाने पुस्तकालय में बुलाया और उसके साथ गलत हरकतें करते हुए उसको दबोच लिया। छात्रा यादव के हाथों से छूटने के लिए प्रार्थना करती रही लेकिन उसने एक नहीं सुनी। जैसे तैसे करके बड़ी मुश्किल से छात्रा हेवान हो चुके यादव के चंगुल से छूट करके अपनी कक्षा की तरफ भागी।

छात्रा डर की वजह से उस दिन ये बात किसी को नहीं बताई एवं कुछ देर विद्यालय में रुकने के बाद घर चली गई। घटना के कुछ दिन बाद तक भी वह यह बात किसी को बताने से डरती रही। 22 सितम्बर को एक शिक्षक द्वारा बालिका सुरक्षा को लेकर पढ़ाते समय छात्रा भावुक होकर जोर-जोर से रोने लगी, संबंधित शिक्षक ने भी बालिका की पीड़ा जानने के खूब प्रयास किया लेकिन उसने मुंह नहीं खोला। इसके बाद उसने हिम्मत जुटा कर घटना की जानकारी प्रधानाचार्य अशोक जोशी को दी।

लेकिन प्रधानाचार्य ने घटना को हल्के में लेते हुये इस मामले को उच्च अधिकारियों को अवगत नहीं करवा करके विद्यालय स्तर पर ही कमेटी बनाकर पीड़ित के परिजनों को विद्यालय बुलाकर आरोपी पुस्तकालयध्यक्ष क्रांति लाल यादव को बचाने का प्रयास किया। यहां तक की विद्यालय प्रबंधन ने ही लगातार इस तरह की वार्ता कर पीड़िता की पहचान को भी उजागर करने का प्रयाय किया।

विद्यालय प्रबंधन ने उस हैवान शिक्षक के सामने ही पीड़िता को बुलाकर समझौते का प्रयास किया इस दौरान भी जब उस हैवान शिक्षक को अपने किये पर जरा भी पछतावा नहीं हो रहा था तो परेशान छात्रा ने रोते हुए मौजूद शिक्षकों के सामने में ही यादव को चांटा मार दिया। लेकिन विद्यालय प्रबंधन भी इतना बेपरवाह बन चुका था कि उसने केवल समझौते के अलावा पुस्तकालयध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई करना उचित नहीं समझा।

प्रधानाचार्य ने लापरवाही से किये पत्र व्यवहार

सीबीईओ कार्यालय भीण्डर से मिली जानकारी के अनुसार पांच अक्टूबर को विद्यालय के प्रधानाचार्य अशोक जोशी ने विद्यालय के शिक्षक क्रान्तिलाल यादव को सीबीईओ कार्यालय के लिए रिलीव कर दिया लेकिन आदेश में उक्त घटना का हवाला नहीं दिया। उसी दिन सीबीईओ कार्यालय द्वारा संस्था प्रधान को पत्र भेजकर शिक्षक को रिलीव करने का कारण पूछा। इसके अगले दिन संस्था प्रधान ने बताया कि उक्त शिक्षक के खिलाफ बालिका द्वारा शिकायत करने की जानकारी दी।

लेकिन विभाग को पूरी घटना से अनभिज्ञ रखा। सीबीईओ रमेश चंद्र खटीक ने पूरे मामले की जानकारी लेते हुए 06 अक्टूबर को संबंधित प्रधानाचार्य को नोटिस जारी किया। वहीं सीबीईओ कार्यालय भीण्डर द्वारा सीडीपीओ उदयपुर से पत्र व्यवहार करते हुए उक्त दोषी कार्मिक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए पत्र भेजा गया। जिस पर 9 अक्टूबर को जिला शिक्षा कार्यालय उदयपुर द्वारा संबंधित शिक्षक पर कार्रवाई करते हुए उसे निलंबित कर दिया गया लेकिन इस दौरान उसका मुख्यालय स्थानीय कार्यालय भींडर ही रखा गया।

इनका कहना

इस मामले में विद्यालय प्रबंधन ने घोर लापहरवाही बरतते हुए मामले की जानकारी घटना के करीब 15 दिन बाद दी जिसका नोटिस भी संबंध विद्यालय प्रधानाचार्य को जारी कर दिया गया । इस तरह की घटना होने पर तुरंत विभाग कार्यालय में सूचना देनी होती है, लेकिन विद्यालय प्रबंधन द्वारा ऐसा नहीं किया गया । जानकारी मिलते ही उसी दिन जेडी ऑफिस व सीडीपीओ उदयपुर को अवगत कराया जिसके बाद विभाग द्वारा शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है।
-रमेश चंद्र खटीक, सीबीईओ कार्यालय भींडर

इस मामले में मेरी कोई लापहरवाही मैंने हमने घटना की जानकारी पर मैने यौन उत्पीड़न समिति की बैठक कर शिक्षक को कार्यमुक्त किया उसके विभाग द्वारा शिक्षक को निलंबित कर दिया गया।
-अशोक जोशी, प्रधानाचार्य महात्मा गांधी स्कूल भीण्डर

मैंने छात्रा के साथ कोई हरकत नहीं की छात्रा झूठ बोल रही है, विभाग ने जो निलंबन की कार्रवाई की उसके कारण की जानकारी मुझे नहीं है ।
-कांतिलाल यादव, निलंबित पुस्तकालयध्यक्ष महात्मा गांधी स्कूल भीण्डर

ADVT

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.