पहले दहन होते थे दो-दो रावण, 5 वर्ष से पंरपरा का ही कर दिया दहन

पहले दहन होते थे दो-दो रावण, 5 वर्ष से पंरपरा का ही कर दिया दहन

भीण्डर में पिछले 5 वर्ष से बंद हैं रावण दहन की पंरपरा, लोगों को इंतजार

https://www.cpmrevenuegate.com/n5cactin?key=c5dcb96bb0eeca1530f1ec59873b0c1b

Bhinder@VatanjayMedia

नवरात्रा पर्व की समाप्ति के बाद बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाएं जाने वाला दशहरा पर्व भीण्डर में पिछले 5 वर्ष से फीका पड़ा है।

वर्ष 2019 में अंतिम बार दशहरा पर्व मनाया गया था उसके बाद से भीण्डर सहित आसपास क्षेत्र के लोग दशहरा पर्व के तहत रावण दहन का इंतजार ही कर रहे है।

जबकि भीण्डर में दो बार ऐसा भी मौका आया कि एक ही दिन में दो-दो रावण दहन हुए, लेकिन पिछले 5 वर्षो से रावण दहन की पंरपरा को ही दहन कर दी।

जिले के सबसे बड़े उपखण्ड क्षेत्र भीण्डर में रावण दहन की 25 वर्ष से बंद परंपरा को वर्ष 2012 में सामाजिक संगठन द्वारा शुरू किया गया था, उसके बाद भीण्डर नगर पालिका ने ये जिम्मा अपने हाथ में उठाते हुए 2015 से रावण दहन और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन शुरू किया था।

लेकिन 2019 के बाद से ना तो नगर पालिका और ना ही कोई संगठन रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। जिससे दशहरा पर्व के तहत आयोजित होने वाला रावण दहन कार्यक्रम लुप्त सा हो गया है।

नगर पालिका ने बंद कर दी रावण दहन पंरपरा

भीण्डर में वर्ष 2015 से रावण दहन कार्यक्रम भीण्डर नगर पालिका द्वारा आयोजित किये जाने लगा। जिसके वर्ष 2015 में रावण दहन व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसके बाद वर्ष 2016 में रावण दहन, कवि सम्मेलन एवं प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन भी किये जाने लगा।

लेकिन वर्ष 2017 में अविश्वास आ जाने और अस्थिर बोर्ड होने से रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन नहीं हुआ। इसके अगले वर्ष 2018 में भी रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन पुनः शुरू हुआ और वर्ष 2019 में भी जारी रहा। लेकिन इसके बाद वर्ष 2020 से रावण दहन का कार्यक्रम बंद हुआ जो अभी तक पुनः शुरू नहीं हो पाया।

वर्ष 2020 में प्रशासक काल होने से कार्यक्रम नहीं हो सका, लेकिन उसके बाद बने नये बोर्ड ने अभी तक एक भी बार रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया।

सामाजिक संगठन ने भी 5 वर्ष तक किया रावण दहन

25 वर्ष से बंद पड़ी रावण दहन की पंरपरा को वर्ष 2012 में भीण्डर नवयुवक मण्डल के तत्वावधान में शुरू किया गया था। जिसका नेतृत्व संगठन के संरक्षक पूरण व्यास ने किया। पूरण व्यास के संरक्षण में संगठन ने वर्ष 2012 से 2016 तक रावण दहन कार्यक्रम किया।

लेकिन वर्ष 2017 से संगठन द्वारा भी रावण दहन का कार्यक्रम बंद कर दिया। इस दौरान वर्ष 2015 व 2016 में भीण्डर नगर में दो-दो जगह पर रावण दहन होते थे, एक तरफ नगर पालिका का रावण दहन तो दूसरी तरफ भीण्डर नवयुवक मण्डल द्वारा रावण दहन। लेकिन वर्तमान में एक भी रावण दहन का कार्यक्रम नहीं हो रहा है।

ADVT

https://www.cpmrevenuegate.com/n5cactin?key=c5dcb96bb0eeca1530f1ec59873b0c1b

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.