भीण्डर एसबीआई बैंक की घोर लापरवाही, उपभोक्ता ने उच्च अधिकारियों को की शिकायत
Bhinder@VatanjayMedia
भीण्डर एसबीआई बैंक शाखा के कर्मचारियों की लापरवाही के चलते खाते में जमा हो चुके चैक को 4 दिन बाद बाउसं करके खाते से चार्ज काट करके उपभोक्ता को रिटर्न कर दिया। लापरवाही की भनक बैंक कर्मचारियों को उपभोक्ता द्वारा अवगत करवाने के बाद पता चला, वहीं उपभोक्ता ने लापरवाही की शिकायत उच्च अधिकारियों को भी की।
खाते में जमा हो चुके चैक को किया रिटर्न
भारतीय स्टेट बैंक शाखा भीण्डर में पिछले 8 वर्ष से वातांजय फर्म द्वारा का चालू खाता का व्यावसायिक लेनदेन किया जा रहा है। जिसके तहत 24 अक्टूबर 2024 को एक 50 हजार राशि का चैक (000710) जमा करवाया, जो बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा भीण्डर का था। लेकिन चैक जारी करने वाले खाताधारक के खाते में पर्याप्त राशि नहीं होने से दिनांक 25 अक्टूबर 2024 को चैक रिटर्न हो गया और उसके चार्ज के रूप में भारतीय स्टेट बैंक ने 177 रूपये खाते से काट दिये। इसके बाद एसबीआई ने 28 अक्टूबर को 50 हजार राशि का चैक मेमो के साथ लौटा दिया। इसके बाद 28 अक्टूबर को पुन: चैक (000710) को जमा करवाया, जिस पर बैंक ऑफ बड़ौदा से चैक क्लियर होकर 29 अक्टूबर को खाते में 50 हजार जमा हो गये।
4 दिन बाद अचानक बाउसं कर दिया चैक
चैक क्लियर होने के 4 दिन बाद 02 नवंबर 2024 को मोबाइल में एसबीआई का मैसेज मिला, जिसमें चैक नंबर 000710 रिर्टन बताकर 177 रूपये चार्ज काटा जाता है। जिसको लेकर 05 नवंबर को भीण्डर शाखा में संपर्क करने पर शाखा में करीब 50 लोगों के सामने मेमो के साथ बैंक ऑफ बड़ौदा का 50 हजार का चैक रिटर्न बताकर लौटा दिया।
जबकि ये चैक 29 अक्टूबर को क्लीयर होकर खाते में जमा हो चुका था। भारतीय स्टेट बैंक शाखा भीण्डर के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही पूर्वक क्लीयर हो चुके हैं चैक का रिर्टन करके पुन: चार्ज लगा दिया गया और 50 लोगों के सामने चैक रिटर्न बताकर सौंपकर मानहानि की गई।
वहीं बैंक की घोर लापरहवाही हैं और इस तरह उपभोक्ताओं के खातों से बैंक चोथवसुली की जा रही है। इसको लेकर लापरवाही करने वाले बैंक कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग को लेकर उच्च अधिकारियों को शिकायत की गई।
इनका कहना
मेरे द्वारा जमा करवाया चैक 29 अक्टूबर को क्लीयर होकर मेरे खाते में राशि जमा को चुकी थी। लेकिन 4 दिन बाद बैंक कर्मचारियों ने स्वत: ही क्लीयर हो चुके चैक को बाउंस बताकर खाते से चार्ज काट दिया। लापरहवाही करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।
-महेन्द्र सिंह राठौड़, उपभोक्ता एसबीआई भीण्डर
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