हींता दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति में अनियमितताओं की जांच की मांग
मंत्री से लेकर उदयपुर डेयरी तक लगा चुके हैं सदस्य गुहार
Bhinder@VatanjayMedia
हींता दुग्ध उत्पादन सहकारी समिति में पिछले 10 वर्षों से चल रही अनियमितताओं को लेकर समिति सदस्य एवं ग्रामीणों ने जांच की मांग की है। इसके लिए समिति सदस्यों ने सहकारिता राज्यमंत्री गौतम दक, उदयपुर डेयरी प्रबंधक से भी गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
उल्लेखनीय हैं कि हींता निवासी रामचन्द्र अहीर द्वारा हींता उत्पादन सहकारी समिति सचिव हैं और दूग्ध केन्द्र का संचालक भी कर रहा है। दूध में मिलावट, कम फेट जैसी कई अनियमितता उजागर होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
समिति सदस्यों व ग्रामीणों ने ये लगाएं आरोप
हींता दूग्ध उत्पादन सहकारी समिति सदस्य व ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों को दी शिकायत में बताया कि हींता डेयरी संचालक दूध के फैट में हेराफेरी करता है। दूध गणना मशीन में भी हेराफेरी होने से कम दूध गणना से दूग्ध उत्पादकों के नुकसान होता है। महीन में कई बार फैट रसीद भी नहीं देता है।
सरस दूध डेयरी के उत्पादकों की अधिक कीमत वसूल करता है। पशु आहार में भी 50-70 रूपये प्रति बेग अधिक वसूल करता हैं, ग्राहक आईडी बदलने से प्रतिवर्ष का बोनस भी नहीं मिलता। अध्यक्ष के चुनाव में भी सदस्यों को जानकारी नहीं देता है। 10 वर्षों से किसी भी दूग्ध उत्पादक को कोई भी डेयरी द्वारा मिलने वाली सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई जाती है।
ऐसी विभिन्न अनियमिततों को देखते हुए सभी सदस्यों ने मांग की हैं कि पिछले 10 वर्षों के समस्त लेखा-जोखों की जांच की जाएं व दोषियों पर कार्यवाही की जाएं।
वहीं डेयरी संचालक एवं कार्यकारिणी को हटाकर विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में चुनाव कराएं जायें व डेयरी का स्थान भी परिवर्तित किया जाएं। ज्ञापन देने में नाथुलाल, गोपाल जोशी, मदनलाल, प्रहलाददास, प्रभुलाल, देवीलाल, प्रकाश चौबीसा आदि थे।
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