11 वर्ष पहले भीण्डर राजपरिवार के विवाह समारोह में शामिल होने आएं थे भीण्डर
Bhinder@VatanjayMedia
मेवाड़ राजपरिवार के महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ का 10 नवंबर रविवार को निधन हो गया। जिनकी अंतिम यात्रा 11 नवंबर सोमवार सुबह 11 बजे समोरबाग से महासतियां के लिए रवाना होगी। महेन्द्र सिंह मेवाड़ के निधन की सूचना के साथ ही उदयपुर संभाग सहित प्रदेशभर शोक व्याप्त हो गया। महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ का भीण्डर से भी विशेष नाता रहा।
मेवाड़ राजघराने के 16 उमरावों में एक भीण्डर ठिकाने ने करीब 35 वर्ष पहले चित्तोड़गढ़ लोकसभा सीट से मेवाड़ के चुनाव प्रचार का जिम्मा हो या पारिवारिक कार्यक्रम में उपस्थित रहना हो भीण्डर ठिकाना हर जगह तैयार मिला। महाराणा महेन्द्र सिंह भीण्डर करीब 11 वर्ष पहले अंतिम बार भीण्डर आएं थे, उस समय भीण्डर राजपरिवार में एक विवाह समारोह में आशीर्वाद देने आएं थे।
83 वर्ष की उम्र में हुआ निधन
महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ करीब 10 दिन पहले तबीयत खराब होने पर अंनता हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। जहां इलाज के दौरान रविवार दोपहर करीब 1.47 बजे अंतिम सांस ली। वर्तमान में मेवाड़ के पुत्र विश्वराज सिंह नाथद्वारा से भाजपा के विधायक हैं तो वहीं पुत्रवधु महिमा कुमारी राजसमंद से भाजपा सांसद है।
1984 में हुई थी महाराणा की ताजपोशी
मेवाड़ राजघराने में 76 वीं पीढ़ी के रूप में महाराणा की ताजपोशी के रूप में महेन्द्र सिंह मेवाड़ का राजतिलक हुआ था। महाराणा भगवत सिंह मेवाड़ के निधन के बाद सबसे बड़े पुत्र महेन्द्र सिंह मेवाड़ का राजतिलक कार्यक्रम बड़े धूमधाम से आयोजित किया। इस समारोह में मेवाड़ क्षेत्र के हजारों लोगों ने भाग लेकर कार्यक्रम के साक्षी बनें थे। ये कार्यक्रम उदयपुर सिटी पैलेस में आयोजित हुआ था।
11 वर्ष पहले भीण्डर भी आएं थे मेवाड़
महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ करीब 11 वर्ष पहले जनवरी 2014 में भीण्डर राजमहल में आएं थे। भीण्डर राजपरिवार में एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ परिवार सहित शामिल हुए। इसके बाद भी कई कार्यक्रम आयोजित हुए लेकिन महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ उम्र और स्वास्थ्य की वजह से भीण्डर नहीं आ पाएं, लेकिन महाराणी निरूपमा कुमारी मेवाड़ एवं विश्वजीतसिंह मेवाड़ भीण्डर आते रहे।
1989 लोकसभा चुनाव में भीण्डर के रावलीपोल में हुई थी सभा
1989 में महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ ने पहली बार भाजपा से चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़ा था। उस समय सभी महाराणा को जीताने के लिए जुटे थे। इस दौरान भीण्डर के रावलीपोल चौक में आमसभा का आयोजन किया गया था। इसके अलावा महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ ने गांव-गांव में सभाएं करके पहला चुनाव जीतकर सांसद बने थे।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.