भीण्डर हॉस्टिपल के वार्ड, बाथरूम और परिसर में नहीं हो रही नियमित सफाई
Bhinder@VatanjayMedia
उदयपुर जिले के सबसे बड़े कस्बे भीण्डर के सरकारी हॉस्पिटल में गंदगी के हालत ऐसे हैं कि मरीज गंदगी देखकर और ज्यादा बीमारी हो जाएं। यहां कि दांस्ता तस्वीरों से ही बयां हो रही है। भीण्डर हॉस्पिटल में ड्रेसिंग रूम, वार्ड, बाथरूम और परिसर में फैली गंदगी से मरीज के साथ-साथ तीमारदार भी खासे परेशान हैं लेकिन कोई आवाज उठाने को तैयार नहीं है। जबकि चिकित्सा प्रशासन सरकारी कार्मिकों के अलावा ठेके पर दे रखी सफाई व्यवस्था पर लाखों रूपये खर्च कर रहा है।
महिला शौचालय सहित सभी शौचालय की हालत खराब
भीण्डर हॉस्पिटल में महिला शौचालय सहित सभी शौचालय की हालत खराब है। यहां पर जुगाड़ अपनाते हुए एक प्लास्टिक रस्सी और कपड़े बांध रखे है। वहीं शौचालय के अंदर फैली हुई गंदगी से अंदर जाने का ही मन नहीं करता है। जबकि शौचालय की हर घंटे सफाई होनी चाहिए। ऐसा अन्य वार्ड में स्थित शौचालय में भी यहीं स्थिति है।
आउटडोर से लेकर वार्ड में भी गंदगी
हॉस्पिटल के आउटडोर से लेकर वार्डों में भी गंदगी फैली हुई है। यहां भी नियमित सफाई नहीं होती है। यहां पर सुबह एक बार सफाई होने के बाद पूरे दिन ध्यान नहीं दिया जाता है। इसके अलावा चिकित्सालय परिसर के बरामदे से लेकर बाहरी परिसर में फैली हुई गंदगी पर भी चिकित्सा प्रशासन उचित कदम नहीं उठा रहा है।
आमजन भी फैलाते हैं गंदगी
भीण्डर हॉस्पिटल परिसर में कई जगहों पर गुटखे खाने वालों की लाल पिचकारियों से दिवारे सनी हुई है। इन लोगों ने वार्डों की खिलड़ियां, दरवाजे, कोने और कई जगहों को रंग रखा है। यहां पर निगरानी के लिए कैमरे भी लगा रखे हैं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने से ऐसे लोगों के हौंसले बुलंद है। चिकित्सालय प्रशासन गंदगी फैलाने वाले लोगों पर कड़ी कार्यवाही करें तो भी सफाई व्यवस्था बन सकती है।
इनका कहना
भीण्डर हॉस्पिटल में सफाई के लिए ठेकेदार के केवल चार कर्मचारी ही स्वीकृत हैं, जबकि हॉस्पिटल के लिए ज्यादा की आवश्यकता है। हालांकि गंदगी की शिकायत मिली हैं, इसके लिए आज ही ठेकेदार को निर्देश देकर सफाई करवाई जायेगी।-डॉ. संकेत जैन, ब्लॉक सीएमओ, भीण्डर
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