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ग्रामीणों ने चाकरी पेटे की जमीन बता निर्माणाधीन पत्थर की दिवार ढहाई, सैकड़ों महिलाएं भी जुटी

By vatanjaymedia

February 24, 2024

भीण्डर के जेतपुरा गांव की घटना, मालिक का दावा न्यायालय का आदेश जमीन पर हमारा हक

Bhinder@VatanjayMedia

भीण्डर के निकटवर्ती जेतपुरा गांव में शनिवार को सैकड़ों महिला-पुरूष एकत्रित होकर एक जमीन पर बन रही पत्थर की चारदिवारी को ढहा दिया। ग्रामीणों को आरोप हैं कि गांव के एक व्यक्ति ने चाकरी पेटे दे रखी जमीन को उस परिवार से खरीद करके अपना कब्जा कर रहा हैं जबकि ये जमीन गांव के मन्दिर के नाम दर्ज होनी चाहिए। वहीं जमीन मालिका का दावा हैं कि न्यायालय ने उनके पक्ष में फैसला दे रखा हैं जमीन पर कब्जा करके रहेंगे।

उल्लेखनीय हैं कि भीण्डर के निकट जेतपुरा गांव में आराजी नंबर 203-204 एक बीघा 19 बिस्वा जमीन गांव के ही कजोड़ पिता धूला ढोली के नाम दर्ज थी। कजोड़ का परिवार गांव में वार-त्यौहार विविध कार्यक्रम में ढोल बजाने का काम करता था। कुछ वर्षों पहले कजोड़ यहां से चित्तौड़ जिले के रोजड़ा गांव चला गया।

कजोड़ का निधन होने के बाद उसके पुत्र उदयलाल ढोली के नाम ये जमीन दर्ज हो गई। उदयलाल ने 16 अप्रेल 2021 को कुण्डई गांव निवासी शांतिलाल पिता शंकरलाल मेघवाल को ये जमीन विक्रय कर दी। इसके बाद शंकरलाल मेघवाल के खिलाफ जेतपुरा गांव निवासी उदयलाल पिता देवीलाल अहीर सहित अन्य ग्रामीणों ने कानोड़ न्यायालय में 30 अप्रेल 2022 को वाद दायर करवाया।

कानोड़ न्यायालय का फैसला गांव के विरूद्ध

कानोड़ न्यायालय ने इस मामले में 19 अक्टूबर 2022 को फैसला सुनाते हुए जेतपुरा गांव के उदयलाल अहीर व अन्य द्वारा दायर वाद को खारिज कर दिया कि ऐसा कहीं प्रतीत नहीं होता कि भीण्डर ठिकाने द्वारा चाकरी के रूप में दे रखी जमीन का बेचान नहीं हो सकता। इसलिए उक्त विक्रय को सही ठहराते हुए जमीन शांतिलाल पिता शंकरलाल मेघवाल के नाम ही दर्ज रखने का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने मामला उदयपुर सेशन कोर्ट में दायर करवाया, जो अभी तक विचाराधीन है।

भीण्डर नगर पालिका ने किया भू-रूपांतरण जारी किया पट्टा

कानोड़ न्यायालय से फैसला आने के बाद भीण्डर नगर पालिका ने कृषि से फॉर्म हाउस के लिए जमीन का रूपांतरण करते हुए आवासीय कर दिया। इसके लिए शांतिलाल मेघवाल ने भीण्डर पालिका में 8 लाख 24 हजार 352 रूपये जमा करवाएं। पालिका ने शांतिलाल मेघवाल के नाम 21 नंवबर 2022 को पट्टा जारी कर दिया। पट्टा जारी होने के बाद शांतिलाल मेघवाल ने ये जमीन जेतपुरा गांव के ही रूपलाल अहीर पिता श्रीलाल अहीर को 23 नवंबर 2022 को विक्रय कर दी।

रूपलाल के निर्माण करने पर हुआ विरोध

जेतपुरा गांव के ही रूपलाल अहीर द्वारा जमीन खरीद लेने और उस पर निर्माण करने को लेकर जेतपुरा गांव के ग्रामीण विरोध पर उतर आएं और शनिवार सुबह सैकड़ों महिलाएं और पुरूष एकत्रित होकर उक्त जमीन पर पहुंच करके निर्माणाधीन पत्थर की दीवार को ढहा दिया। सूचना पर भीण्डर पुलिस मौके पर पहुंच करके समझाइश करके जमीन पर काम भी रूकवाया और ग्रामीणों को भी मौके से हटाया।

इनका कहना

ठिकाना समय ये जमीन कामगारों के आय के लिए गांव की तरफ से उक्त परिवार को दी गई थी। ये परिवार इस जमीन का बेचान नहीं कर सकता था, लेकिन इस परिवार ने ये जमीन बेच दी, जबकि ये जमीन गांव के मन्दिर के अर्न्तगत आनी चाहिए। इसलिए हम सभी गांव वालों की मांग हैं कि उक्त जमीन गांव को सौंपी जाएं अन्यथा इस जमीन पर किसी व्यक्ति विशेष का कब्जा नहीं होने देंगे।-उदयलाल अहीर, ग्रामीण जेतपुरा

मैंने ये जमीन शांतिलाल मेघवाल से खरीदी हैं उक्त व्यक्ति ने कानोड़ न्यायालय से वाद जीता हैं और भीण्डर नगर पालिका से भी जमीन का भूरूपांतरण भी करवाया है। सरकारी दस्तावेजों व नियमों के अनुसार इस जमीन पर हमारा हक हैं और हम इस पर निर्माण करवायेंगे। ग्रामीण बिना आधार जमीन में विवाद फंसा करके हमें जमीन से दूर रखना चाह रहे है।-रूपलाल अहीर, जमीन मालिक जेतपुरा

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